सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग भारत दौरे पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई कई मुद्दों पर चर्चा
अनंत आवाज ब्यूरो
नई दिल्ली। सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग तीन दिनों के भारत दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर व्यापार निवेश और रक्षा सहयोग जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की। सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम साझेदारी को बढ़ावा देने पर सहमति बनी और हरित व डिजिटल शिपिंग कॉरिडोर पर समझौता हुआ। डिजिटल परिसंपत्ति नवाचार और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में सहयोग पर भी चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और सिंगापुर के रिश्तों में हमारे राज्य भी अहम हिस्सेदार होंगे। उन्होंने बताया कि जनवरी में, जब राष्ट्रपति थरमन भारत यात्रा पर आये थे, वे ओडिशा भी गए थे। पिछले एक साल में ओडिशा, तेलंगाना, असम और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री सिंगापुर जा चुके हैं। गुजरात का जीआईएफटी सिटी, हमारे स्टॉक मार्केट को जोड़ने का एक और नया सेतु बना है। गत वर्ष हुए सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम साझेदारी समझौते ने रिसर्च और विकास को भी नई दिशा दी है। ‘सेमीकॉन इंडिया’ कांफ्रेंस में सिंगापुर की कंपनियों का बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना, यह अपने आप में एक बड़ी बात है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चेन्नई में, सिंगापुर एक राष्ट्रीय कौशल उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने में सहयोग देगा। यह सेंटर उन्नत विनिर्माण के क्षेत्र में स्किल्ड मैनपावर तैयार करेगा। प्रौद्योगिकी और नवाचार हमारी साझेदारी के मजबूत स्तंभ है। हमने तय किया है कि एआई, क्वांटम और अन्य डिजिटल प्रौद्योगिकि में सहयोग को बढ़ाया जायेगा। आज स्पेस सेक्टर में हुए समझौते से अन्तरिक्ष विज्ञान क्षेत्र सहयोग में एक नया अध्याय जुड़ रहा है। हमने निर्णय लिया है कि हमारे युवाओं की प्रतिमा को जोड़ने के लिए, इस साल के अंत में, भारत-सिंगापुर हैकाथॉन का अगला राउंड किया जायेगा।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि ‘यूपीआई’ और ‘पे नाउ’, हमारे डिजिटल कनेक्टिविटी के सफल उदाहरण हैं। प्रसन्नता का विषय है कि इसमें 13 नए भारतीय बैंक्स जुड़े हैं। आज हरित और डिजिटल शिपिंग कॉरिडोर के लिए हुए समझौते से, समुद्रतटवर्ती सेक्टर में हरित ईंधन आपूर्ति श्रृंखला और डिजिटल पोर्ट क्लियरेंस को बल मिलेगा। भारत अपने पोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में तेजी से काम कर रहा है। इसमें सिंगापुर का अनुभव अत्यंत उपयोगी है। आज हमने सिंगापुर की कंपनी एसपीए इंटरनेशनल द्वारा विकसित, भारत मुंबई कंटेनर टर्मिनल चरण-2 का उद्घाटन किया। यह हमारे कंटेनर हैंडलिंग की क्षमता को और बढ़ाएगा।
उन्होंने कहा कि सिंगापुर हमारी एक्ट ईस्ट नीति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। हम आसियान के साथ सहयोग और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और स्थिरता के संयुक्त विज़न को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे। आतंकवाद को लेकर हमारी समान चिंताएं हैं। हम मानते हैं कि आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता से लड़ना सभी मानवतावादी देशों का कर्तव्य है। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत के लोगों के प्रति संवेदना, और आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में समर्थन के लिए, मैं प्रधानमंत्री वॉन्ग और सिंगापुर सरकार का आभार व्यक्त करता हूँ।